VAC 1: भारतीय भक्ति परंपरा और मानव मूल्य

Credits

02

Lecture

1

Tutorial

0

Practical/Practice

1

Eligibility criteria

Pass in Class 12th

Pre-requisite of the course

NIL

The Learning Objectives of this course are as follows:

  • भारतीय भक्ति की महान परंपरा, प्राचीनता और इसके अखिल भारतीय स्वरूप से छात्रों का परिचय कराना
  • भारतीय भक्ति परंपरा के माध्यम से छात्रों में मानव मूल्यों और गुणों को जगाकर उनका चारित्रिक विकास करना और एक अच्छे मनुष्य का निर्माण करना ।
  • छात्रों को भारतीय नैतिक, सांस्कृतिक और सामाजिक मूल्यों के प्रति जागरूक करना ।
  • भारतीय भक्ति परंपरा के माध्यम से राष्ट्रीयता और अखिल भारतीयता की भावना जागृत करना।

The Learning Outcomes of this course are as follows:

  • भारतीय भक्ति परंपरा के माध्यम से छात्रों में मानव मूल्यों और गुणों को विकास होगा और वे एक अच्छे और चरित्रवान मनुष्य बन सकेंगे ।
  • भारतीय भक्ति परंपरा के सांस्कृतिक और सामाजिक पक्षों की जानकारी हो सकेगी।
  • भक्ति की प्राचीनता और अखिल भारतीय स्वरूप की जानकारी से राष्ट्रीयता और अखिल भारतीयता की भावना जागृत और मजबूत होगी।
  • प्रमुख भक्त कवियों का परिचय और उनके विचारों की जानकारी हो सकेगी।

UNIT I: भारतीय भक्ति परंपरा    Lectures (5 Weeks)

  • भक्ति: अर्थ और अवधारणा
  • भक्ति के विभिन्न संप्रदाय और सिद्धांत
  • भारत की सांस्कृतिक एकता और भक्ति
  • भक्ति का अखिल भारतीय स्वरूप

UNIT II: भारत के कुछ प्रमुख भक्त और उनके विचार    Lectures (5 Weeks)

  • संत तिरुवल्लुवर , आण्डाल, अक्कमहादेवी, ललद्यद , मीराबाई, तुलसीदास, कबीरदास, रैदास, गुरु नानक, सूरदास, जायसी, तुकाराम, नामदेव, नरसिंह मेहता, वेमना, कुंचन, नम्बियार, चैतन्य महाप्रभु, चंडीदास, सारला दास, शंकरदेव

UNIT III: मानव मूल्य और भक्ति    Lectures (5 Weeks)

  • मानव मूल्य का अर्थ
  • चयनित भक्त कवियों की जीवन मूल्यपरक कविताएँ

Practical/ Practice Component - (15 Weeks)

  • पाठ्यक्रम में उल्लिखित कवियों में से किसी एक कवि की रचनाओं में विभिन्न मानव मूल्यों के आधार पर प्रोजेक्ट
  • वर्तमान समय में भक्ति की प्रासंगिकता को समझना; सर्वे और साक्षात्कार पद्धति के आधार पर.
  • जीवन में मानव मूल्यों के प्रतिपालन पर सर्वे और साक्षात्कार के आधार पर एक रिपोर्ट बनाना.
  • उल्लिखित कवियों में से किसी एक कवि से संबंधित किसी मठ, आश्रम या मंदिर आदि, अथवा कोई फिल्म/ डॉक्युमेंट्री के आधार पर रिपोर्ट बनाना.
  • आवश्यक हो, तो छात्र प्रोजेक्ट रिपोर्ट के रूप में अपने अनुभव साझा करें
  • Any other Practical/Practice as decided from time to time

  • ‘भक्ति का उद्भव और विकास तथा वैष्णव भक्ति के विविध रूप’, भारतीय साहित्य का समेकित इतिहास, संपादक- डॉ नगेंद्र, हिंदी माध्यम कार्यान्वयन निदेशालय, दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली, पृष्ठ संख्या 215-250
  • कुछ प्रमुख कवियों के चयनित पद
  • ‘भक्ति आंदोलन और भक्ति काव्य’, शिव कुमार मिश्र, अभिव्यक्ति प्रकाशन, इलाहाबाद, 1994
  • ‘मानव मूल्य और साहित्य’, डॉ धर्मवीर भारती, भारतीय ज्ञानपीठ, नई दिल्ली,1999

  • ‘भक्ति के आयाम’, डॉ. पी. जयरामन, वाणी प्रकाशन, नई दिल्ली
  • ‘हिंदी साहित्य का इतिहास’, आचार्य रामचंद्र शुक्ल, लोक भारती प्रकाशन, इलाहाबाद
  • ‘मध्यकालीन हिंदी काव्य का स्त्री पक्ष', डॉ. पूनम कुमारी, अनामिका पब्लिशर्स एंड डिस्ट्रीब्युटर्स, नई दिल्ली
  • 'मध्यकालीन हिंदी भक्ति काव्य: पुनर्मूल्यांकन के आयाम', डॉ. पूनम कुमारी, अनामिका पब्लिशर्स एंड डिस्ट्रीब्युटर्स , नई दिल्ली

Examination scheme and mode: Subject to directions from the Examination Branch/University of Delhi from time to time